वइसे त ई समय शायद केहू के सलाह देवे खातिर उचित नइखे, पर रउआ कबो सोचे के प्रयास करीं त बुझाई कि ई का कर रहल बानी जा हमनी का? अपना घर में आग लगा के, अपना बिहार के नुकसान पहुंचा के आखिर केकरा से बदला लेवे के प्रयास कर तानी जा हमनी का? दुश्मनो देखत होई त कहत होई कि एकरा से बड बेवकुफी ना हो सकेला। बहुत गुस्सा आव ता नूं...? कहाँ रहुए इ गुस्सा जब मुंबई में मुठ्ठी भर लोग जानवर लेखां पीटत रहे? तब ओहिजा केहू काहे ना एको गो ढेला उठावे के साहस करुए...? भाग के वापस अइला का जगह अगर रउआ ओहिजे ठहर गइल रहिती त शायद मामला ओह दिने खतम हो गईल रहित. पिछला बार बीस हजार से ज्यादा लोग महाराष्ट्र से भाग के बिहार आ उत्तर प्रदेश वापस आईल रहे... अगर एह में से आधा लोग (दस हजार) भी ओहिजा रुक के जबाब देवे के साहस कइले रहित, त महाराष्ट्र सरकार आ राज ठाकरे के का औकात बा... केन्द्र के मनमोहन सिंह सरकार ओह दिने हिल गईल रहित. राज ठाकरे के आजु तक गुजराती समाज के खिलाफ बोले के साहस काहें ना भईल? आग लाग जाई ओही दिन पूरा महाराष्ट्र में... ऊ हमनी के कमजोरी जान ता, ओही से हमनिए पे वार कर ता. आ जानो भी कइसे ना, ओकरा पीछे जवन वकीलन के फौज खडा बाटे, ओकर नेतृत्व भी एगो हमनिये के जौनपूर के वकील क रहल बाडे - अखिलेश चौबे. आ एतना कुछ भईला का बादो वकील साहब पूरा बेशर्मी से मीडिया में कह तारे कि राज ठाकरे को उत्तर भारतीय लोग गलत समझ रहे हैं. अरे, गलत त हमनी का तोहरा के समझ तानी जा, काहें कि दुश्मन के साथ देवे वाला भी दुश्मने होला... का हमनी के समाज में एतना भी साहस नइखे कि ई वकील साहब के अपना समाज से बहिष्कृत कइल जाव? जब ले एह तरह के विभिषण राज ठाकरे का संगे बाडे, का ऊ हमनी पर वार करे के कवनो मौका हाथ से जाए दी? शांत हो जाईं रउआ सभे, ई वक्त अपना के नुकसान पहुंचवला के ना, बल्कि विचार करे के बा? एगो ठोस रणनीति बनावे के बा, का चाणक्य के धरती से पैदा होखे वालन के रणनीति कबो फेल हो सकेला? का विश्वविजेता सम्राट अशोक, आ बाबू कुंवर सिंह के धरती केहू से हार मान जाई? जवन अहिंसा के पाठ महात्मा गाँधी हमनी के धरती प (चम्पारण) आके सीखले, का हमनी का ओकरा के भूला जायेब जा? कबो ना... बदला लेवे के तरीका भी बहुत आसान बाटे. आज काल्ह जमशेदपुर में राज ठाकरे के खिलाफ दूगो मामला दर्ज बाटे, जवना में उनका खिलाफ वारंट भी जारी हो चुकल बा, आ लाख कोशिस कइला का बादो आजु ले उनुका के अभी ले जमानत नइखे मिलल. आज हम अपील करब कि हर घर से, हर गाँव से, हर शहर से राज ठाकरे के खिलाफ मामला दर्ज करावल जाव... कवनो हमनी पर हमला खातिर..., त कवनो हमनी के धार्मिक भावना के ठेस पहुँचावे खातिर... त कवनो ओह छात्र के हत्या खातिर... त कवनो देशद्रोह खातिर... हजारन के संख्या में मामला दर्ज होखे, तब ऊ पूरा जिनगी ओही में परेशान रहि जाई. आ एक बेर बिहार पुलिस राज ठाकरे का हाथ में हथकडी लगा के खाली बिहार त ले आवे, फेर सारा दुनिया देखी चाणक्य के वंशजन के बदला...
25.10.08
एह से बेहतर ना हो सकेला राज ठाकरे के इलाज
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1 Comment:
सत्य वचन !
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