3.11.08

छठी माई के मुफ्त प्रसाद


कहा जाता है कि छठी मईया का प्रसाद ग्रहण मात्र करने से आपके सारे दुख दूर हो जाते हैं. लेकिन अगर आप घर से दुर रहते हों, या फिर आपके घर में छठ पर्व नहीं होता है, तो भी आपको निराश होने की जरुरत नहीं है. छठी मईया का पावन प्रसाद हर साल की भांति इस साल भी ऑनलाइन उपलब्ध है.

भोजपुरी भाषा व संस्कृति को समर्पित वेबसाइट भोजपुरिया डॉट कॉम ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी घर से दुर रहने वाले बिहार व उत्तर प्रदेश वासियों के लिए प्रसाद घर-घर पहुँचाने की मुहिम शुरु कर दी है. इस सुविधा का फायदा उठाने के लिए आपको सिर्फ भोजपुरिया डॉट कॉम पर जा के एक ऑनलाइल फार्म में अपना नाम-पता दर्ज कराना होगा. उसके बाद भोजपुरिया डॉट कॉम के द्वारा छठ के दुसरे दिन आपको प्रसाद कुरियर के द्वारा भेजा जायेगा.

वर्ष 2005 में शुरु की गई इस अनोखी, और दुनिया में अपने तरह की अकेली मुहिम का उद्देश्य युवा पीढी को भोजपुरी भाषा व संस्कृति से जोडे रखना है. छठ प्रसाद के लिए ऑनलाइन बुकिंग 5 नवम्बर की सुबह 7 बजे तक की जा सकती है, तथा इस प्रसाद के लिए किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है.

इसके अलावा भोजपुरिया डॉट क़ॉम पर भोजपुरी भाषा में छठ के ई-ग्रीटिंग कार्ड भी उपलब्ध हैं, जिन्हे आप अपने मित्रों व परिजनों को नि:शुल्क भेज सकते हैं.

"छ्ठी मईया के प्रसाद को भेजने की हमारी मुहिम को समाज के हर तबके द्वारा सराहा गया है. उसी से उत्साहित होकर इस वर्ष हम अपने वेबसाइट में देश के हर कोने में होने वाले छठ के बारे में खबरें व एक खास छ्ठ फोटो-गैलरी भी पेश करने जा रहे हैं, जहाँ लोग छ्ठ के हरेक रंग को अपने में समेट सकेंगे." भोजपुरिया डॉट कॉम के निदेशक सुधीर कुमार ने बताया.

यहाँ यह बताना जरुरी होगा कि भोजपुरिया डॉट कॉम भोजपुरी-भाषा बोलने वालों का पहला ऑनलाइल पोर्टल है, जिसने देश के सर्वेश्रेष्ठ कल्चरल वेबसाइट के अलावा, देश-विदेश में कई अन्य पुरस्कार जीते हैं।



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