1.11.08

छठी माई के बारात

खोल दीहिं प्रेम के दुअरिया ए बाबा
आइल बाटे छठी माइया के बारात
खीरिया व रोटिया के भोगवा लगाई
गोरिया रखेली आउर उपवास
खोल...............
छने-छने देखेली सुरतिया
घीउवा के बनावे पकवान
खोल..............
बांसे के सजावे टोकरिया
रखली पूजा के सगरो सामान
खोल..............
नंगे पंउवां चलेला टोलिया
करे सूरज बाबा के परनाम
खोल दीहिं प्रेम के दुअरिया ए बाबा
आइल बाटे छठी माइया के बारात
-मंतोष कुमार सिंह

1 Comment:

संगीता पुरी said...

आप सबों को छठ की बहुत बहुत शुभकामनाएं।